Anil Kapoor Biography in hindi .
Anil Kapoor Biography in hindi :अनिल कपूर भारतीय फिल्म उद्योग के सबसे लोकप्रिय और बहुमुखी अभिनेताओं में से एक हैं।
चार दशकों से भी अधिक समय से, उन्होंने अपनी फिल्मों और शानदार अभिनय से दर्शकों का मनोरंजन किया है। उनकी एनर्जी, स्टाइल और सदाबहार व्यक्तित्व ने उन्हें बॉलीवुड के “एवरग्रीन स्टार” का खिताब दिलाया।
अनिल न केवल एक सफल अभिनेता हैं, बल्कि एक निर्माता भी हैं और उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाई है।
अनिल कपूर का प्रारंभिक जीवन और परिवार :
अनिल कपूर का जन्म 24 दिसंबर 1956 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ। उनके पिता सुरिंदर कपूर प्रसिद्ध फिल्म निर्माता थे। उनकी मां का नाम निर्मल कपूर है। अनिल कपूर के तीन भाई-बहन हैं:
1. बोनी कपूर – प्रसिद्ध फिल्म निर्माता।
2. संजय कपूर – अभिनेता।
3. रीना मारवाह – उनकी बहन।
अनिल ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई चेम्बूर के ओ. एल. पी. एस. स्कूल से की और बाद में मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज में दाखिला लिया।
बचपन से ही उनका झुकाव अभिनय की ओर था, और उन्होंने इसे अपने करियर के रूप में चुना।
अनिल कपूर व्यक्तिगत जीवन :
अनिल कपूर ने 1984 में सुनीता कपूर से शादी की। उनके तीन बच्चे हैं:
1. सोनम कपूर – अभिनेत्री।
2. रिया कपूर – फिल्म निर्माता।
3. हर्षवर्धन कपूर – अभिनेता।
उनका परिवार बॉलीवुड का एक प्रतिष्ठित परिवार माना जाता है।
अनिल कपूर का फिल्मी करियर :
प्रारंभिक दौर :
अनिल कपूर ने 1979 में फिल्म हमारे तुम्हारे से अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने कुछ छोटी भूमिकाएं कीं।
1983 में आई फिल्म वो सात दिन ने उन्हें एक मुख्य अभिनेता के रूप में पहचान दिलाई। उनकी अभिनय शैली और स्वाभाविकता ने दर्शकों और आलोचकों का दिल जीत लिया।
अनिल कपूर के सफलता का दौर :
1980 के दशक में अनिल कपूर ने मशाल (1984) में अपने दमदार प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा। इसके लिए उन्हें फिल्मफेयर बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर अवॉर्ड मिला।
1985 में फिल्म मेरा नाम जोकर के साथ उनकी लोकप्रियता बढ़ी, और तेजाब (1988) ने उन्हें स्टारडम तक पहुंचा दिया। फिल्म का गाना “एक दो तीन” आज भी प्रसिद्ध है।
अनिल कपूर ने 1980 और 1990 के दशक में कई हिट फिल्मों में काम किया, जैसे :
– मिस्टर इंडिया (1987) : यह फिल्म भारतीय सिनेमा की सबसे यादगार फिल्मों में से एक है। अनिल का किरदार और “मोगैंबो खुश हुआ” डायलॉग अमर हो गए।
– राम लखन (1989) : उनके “माई नेम इज लखन” गाने और किरदार ने उन्हें सुपरस्टार बना दिया।
– परिंदा (1989) : यह फिल्म उनके करियर की सबसे समीक्षकों द्वारा सराही गई फिल्मों में से एक थी।
– बेटा (1992) : इस फिल्म ने उन्हें फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर अवॉर्ड दिलाया।
अनिल कपूर का 2000 के दशक और वापसी :
2000 के दशक में अनिल कपूर ने खुद को एक बहुमुखी अभिनेता के रूप में स्थापित किया।
उन्होंने पुकार (2000) और नायक (2001) जैसी फिल्मों में अपने अभिनय कौशल से सभी को प्रभावित किया।
अनिल कपूर का अंतरराष्ट्रीय पहचान :
अनिल कपूर ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सफलता पाई। 2008 में उन्होंने स्लमडॉग मिलियनेयर में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
यह फिल्म ऑस्कर जीतने वाली भारतीय फिल्मों में से एक है। उन्होंने 24 नामक अमेरिकी टेलीविजन शो में भी काम किया, जो उनकी बहुमुखी प्रतिभा को दर्शाता है।
अनिल कपूर की प्रमुख फिल्में :
1. वो सात दिन (1983)
2. मशाल (1984)
3. मिस्टर इंडिया (1987)
4. तेजाब (1988)
5. राम लखन (1989)
6. परिंदा (1989)
7. बेटा (1992)
8. नायक (2001)
9. वेलकम (2007)
10. स्लमडॉग मिलियनेयर (2008)
अनिल कपूर के पुरस्कार और सम्मान :
अनिल कपूर ने अपने करियर में कई प्रतिष्ठित पुरस्कार जीते हैं, जिनमें शामिल हैं:
– फिल्मफेयर अवॉर्ड (सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता)।
– नेशनल फिल्म अवॉर्ड (पुकार के लिए)।
– ऑस्कर विजेता फिल्म स्लमडॉग मिलियनेयर में उनकी भूमिका के लिए वैश्विक प्रशंसा।
– 2021 में उन्हें फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
अनिल कपूर की खासियत :
अनिल कपूर को उनकी एनर्जी और फिटनेस के लिए जाना जाता है। उनकी सदाबहार छवि ने उन्हें कई पीढ़ियों के बीच प्रासंगिक बनाए रखा है।
वह हर तरह के किरदार निभाने में सक्षम हैं, चाहे वह कॉमेडी हो, एक्शन हो या इमोशनल ड्रामा।
अनिल कपूर के जीवन का निष्कर्ष :
अनिल कपूर भारतीय सिनेमा के उन दुर्लभ कलाकारों में से एक हैं, जिन्होंने अपने अभिनय, मेहनत और जज्बे से खुद को बार-बार साबित किया है।
उनकी फिल्मों और करिश्माई व्यक्तित्व ने उन्हें न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रसिद्धि दिलाई है।
अनिल कपूर बॉलीवुड के एक सच्चे आइकन हैं और उनकी विरासत आने वाले वर्षों तक याद की जाएगी।