Education Loan : पैसे की वजह से पढाई रुख गई है , अब बैंक देगी आपको डिग्री के पढाई के लिए लोन।
Education Loan : 12 के बाद बेहद सारे छात्र पढाई पूरी नहीं कर पाते , हर किसी के सामने आगे के पढाई के लिए पैसे जुटाने और घर की परिस्तिति ये मुद्दे खड़े होते है। पैसे ना होने के कारण बेहद सारे छात्र एडमिशन नहीं ले पाते , या उनके पसंदिता कोर्स को चुन नहीं पाते।
कुछ लोगो की घर की परिस्तिती बेहद ही गंभीर होती है ,फिर ऐसे छात्र पढाई छोड़कर काम में जुट जाते है। पर अब बैंक आपके डिग्री और डिप्लोमा जैसे कोर्स के लिए सभी छात्र को (Education Loan ) लोन दे रही है , जानते लोन पाने के लिए आपको क्या करना पड़ता है।
education loan scheme :
Course :
12 के बाद या डिप्लोमा करने के (education loan scheme) बाद आप इस लोन के लिए पात्र होते हो , 12 के बाद और डिप्लोमा के बाद आप ग्रैजुएशन और पोस्ट ग्रैजुएशन डिग्री और PG डिप्लोमा जैसे प्रोफेशनल कोर्स के लिए बैंक आपको लोन देती है। किसी छात्र को बाहरी देश में पढाई करनी है , तो भी बैंक आपको पढाई के लिए लोन देती है।
कोर्स चुनने के बाद कोर्स की फीस , हॉस्टेल फीस , टिवशन फीस , और किताब , अन्य खर्च को जोड़कर बैंक में आप लोन के लिए अप्लाय करे।
Bank & Loan Scheme :
आप Education Loan के लिए किसी भी प्राईव्हेट और नेशनल बैंक में जाकर जानकारी प्राप्त करे। अगर किसी बैंक में आपके फॅमिली (माँ और पिता ) का लोन चल रहा है तो उसी बैंक में जाकर जानकारी लेना बेहतर होगा। बैंक में शिक्षा लोन के अनेक स्किम होती है , जो आपको बैंक सजेस करे उसी के बारे में विचार करे।
स्किम की जानकारी प्राप्त करने के बाद आप बैंक अधिकारी से लोन पर लगाए जाने वाले ब्याज दर के बारे में पूछ ले। बैंक आपसे ३.७५% से लेकर ६% के बिच ही ब्याज ले सकती है। ज्यादातर बैंक ( Education loan interest rate ) ३.७५ % का ही ब्याज Education Loan पर लेती है।
Education Loan Eligibility :
कोर्स और बैंक चुनने के बाद अब आप बैंक के कर्मचरी या अधिकारी से लोन पाने के लिए आप (Education Loan Eligibility ) पात्र हो या अपात्र के बारे में जाने। बैंक में लोन पाने के लिए आपका और आपके फॅमिली मेंबर का बैंक सिबिल ख़राब नहीं होना चाहिए। अगर आपका (माँ और पिता ) का सिबिल ख़राब है तो आपको education लोन नहीं मिल सकता।
इस लोन को प्राप्त करने के लिए आप भारतीय रहिवासी होने चाहिए , आपकी उम्र १६ साल से लेकर ३५ साल के अंदर होनी चाहिए। छात्र का अकैडमिक रेकॉर्ड आछ्या होना चाहिए , छात्र इस लोन को १२ के बाद ही पात्र होता है , ये लोन रजिस्टर और लिस्टेड यूनिवर्सिटी के लिए ही मिलता है , जो (Education loan in India) भारत और विदेश (Education loan in Overseas) पढाई के लिए एक ही नियम है।
Loan sanctioned करने के लिए आपको एडमिशन फॉर्म ज़ेरॉक्स , एन्ट्रन्स एग्जाम स्कोर कार्ड , HSC रिजल्ट मार्क शीट , एडमिशन कन्फर्म लेटर आपको बैंक में जमा करने के बाद आपको लोन सैंक्शन किया जाता है।
- प्रवेश पत्र (Admission Letter)
- कोर्स की फीस संरचना (Fee Structure)
- पहचान पत्र (Identity Proof)
- निवास प्रमाण पत्र (Address Proof)
- आय प्रमाण पत्र (Income Proof)
- पिछले शैक्षिक रिकॉर्ड (Previous Educational Records)
इसके साथ साथ आपको आपके और गारंटेड के KYC डॉक्यूमेंट , सिक्योरिटी दस्तावेज बैंक में जमा करने पड़ते है। सिक्योरिटी दस्तावेज में आप फ्लैट , रो-हाउस , एग्जिस्टिंग लोन कस्टमर , और FD के आधार पर फाइनल लोन मिलता है।
Loan Desbursement :
लोन के लिए सभी दस्तावेज की पुष्टि करने के बाद बैंक Loan Desbursement करती है , बैंक सीधे पैसे कॉलेज , टिवशन फीस , मेस फीस , लैपटॉप , या अन्य शैक्षणिक कामकाजो के लिए पैसे डायरेक्ट वेंडर के अकॉउंट पर बेज देती है।
Loan EMI :
आपको लोन देने के बाद बैंक आपसे ईएमआई (EMI) तुरंत नहीं लेती , बैंक आपका कोर्स पूरा होने के बाद आपसे EMI लेती है। कोर्स पूरा होने के बाद आपको अच्छी प्लेसमेंट मिलती है , फिर आपको (Student Bank loan ) बैंक पैसा EMI शुरू करती है।
लोन लेते समय बिमा सुरक्षा जरूर लीजिये , इसीसे आपका और आपके परिवार का सौरक्षण हो जाता है , शिक्षा के दौरान आपको कुछ हो जाता है तो लोन की किस्ते आपके फॅमिली को चुकाने की बरी नहीं आती। बैंक बिमा सुरक्षा के तहत आपके लोन को क्लियर कर लेती है।
लोन लेते समय आप सरकारी योजन का लाभ उठाये , योजना की जानकारी प्राप्त करके बैंक अधिकारी से सलाह लेकर सब्सिडी का फायदा उठाये (Education loan by Government)।