TENERIFE AIRPORT DISASTER : दुनिया का सबसे बड़ा विमान हादसा

TENERIFE AIRPORT DISASTER :  दुनिया का सबसे बड़ा विमान हादसा

नमस्कार
दोस्तों
,
आज हम बात
करने वाले हैं दुनिया के सबसे बड़े प्लेन क्रैश की !

करीब आज से
46
साल की यह
दुर्घटना है।
27
मार्च 1977 को स्पेन
के लॉस रेडियोस एयरपोर्ट पर 
दुनिया का सबसे बड़ा विमान हादसा होता है । दो विमानों
के टक
राव इतनी भयानक थी कि इसमें 586 यात्री अपनी जान गवानी पड़ी।

 

 

इतनी बड़ी
दुर्घटना कैसे हुई
,
इसके पीछे
किसका हाथ था
,
या पायलट
ने तो ये किया नहीं
,
ऐसे बहुत
सारे तर्क वितर्क लगाए गए , तो चलिए इसी विषय पर हम आज बात करते हैं।

27 मार्च को नीदरलैंड्स के
आम्स्टर्डम एयरपोर्ट से बोइंग
747 की KLM फ्लाइट 4805 और अमेरिका के लॉस एंजिल्स एयरपोर्ट से पेनम
की फ्लाइट
1736
ने उड़ान
भरी। इन दोनों फ्लाइट की मंजिल एक ही थी – स्पेन के लॉस पालमस एयरपोर्ट।

 

कहा जाता
है कि इन दोनों ही विमानों के लैंडिंग से कुछ घंटे पहले लॉस पाल्मस एयरपोर्ट पर सब
कुछ ठीक चल रहा था। लेकिन दोपहर
1:15 पर पुरे एयरपोर्ट पर चीखें और आफ्राताफ़री
मची। एक कैनारी आइलैंड इंडिपेंडेंट मूवमेंट के आतंकी संगठन एयरपोर्ट पर बम स्पोट किये गए जिसमें करीब
8-10
लोग घायल
हुए। इस स्पोट से एयरपोर्ट का पैसेंजर टर्मिनल पूरी तरह से बर्बाद हो गया।

इस स्पोट के
बाद डरे हुए सभी सुरक्षा कर्मियों ने पूरे एयरपोर्ट को बंद करने का प्लान किया।
वहां आने वाली सभी फ्लाइट को लॉस रेडियोस एयरपोर्ट पर डायवर्ट कर दिया गया। इस बम
धमाके के बाद लॉस रेडियोस एयरपोर्ट पर अचानक से ट्रैफ़िक बढ़ गया। और अचानक
ट्रैफ़िक बढ़ाने से उसे संभाल पाना एयरपोर्ट कर्मचारियों को मुश्किल साबित हो रहा
था। ट्रैफ़िक और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लॉस पाल्मस एयरपोर्ट को फिर से खोल
दिया गया। सभी डायवर्टेड फ्लाइट जल्द से जल्द लॉस रेडियोस एयरपोर्ट से निकलना
चाहती थी। तभी अचानक से अमेरिकन फ्लाइट
1736 और केएलएम की फ्लाइट 4805 एक ही समय पर रनवे पर आती हुई
दिखाई देती है।

बस देखते ही
देखते लॉस रेडियोस एयरपोर्ट पर एक बड़ा धमाका होता है। ये धमाका इतना बड़ा होता है
कि ये आज तक के विमान हादसों में से सबसे भयानक धमाका है। इस प्लेन एक्सीडेंट में
586 यात्रियों की मौत होती है

 

यह दुर्घटना
इतनी भयानक थी कि इसमें
KLM 4805 पूरी तरह से जल जाता है और सभी
पैसेंजर भी उसमें जलकर खत्म हो जाते हैं।

अब इतने बड़े
हादसे का पता लगाने के लिए गलती किसकी थी
, मौसम की, ATC या पायलट की?

इस दुर्घटना
की जांच करने वाले अमेरिकी पायलट पैट्रिक स्मिथ के अनुसार
, ये दुर्घटना किसी के साथ मिलकर की गई होगी ऐसा लगता है।
सबसे पहले ये दोनों प्लेन जिस एयरपोर्ट पर लैंड होने वाले थे
, उसी एयरपोर्ट पर एक आतंकी गुट हमला करता है, फिर दोनों भी फ्लाइट को दूसरे एयरपोर्ट पर डाइवर्ट कर
देना
, और दोनों फ्लाइट का एक ही रनवे पर आना, फिर मौसम खराब हो होता है और सभी तरफ धुंध छा जाता है।
मौसम खराब होना प्राकृतिक है
, लेकिन बाकी सभी एक साजिश की तरह
लगता है। और सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि एयरपोर्ट का
ATC टॉवर KLM फ्लाइट को रनवे खाली होने का
संदेश भेजता है। और इसी संदेश के आधार पर
KLM फ्लाइट टैक ऑफ के लिए तैयार होती
है। और इसी संदेश को रनवे पर पहले से ही खड़े प्लेन में पायलट ने जब सुना तो उसने
तुरंत संदेश किया कि अभी हम रनवे पर खड़े हैं।

 

स्मिथ कहते
हैं कि रेडियो में किसी तरह की इंटरफ़ेरेंस हुई और
KLM के पायलट तक ये संदेश नहीं पहुंचा कि रनवे पर पहले से ही एक फ्लाइट
खड़ी है।
KLM
के पायलट ने सोचा होगा कि रनवे
अब पूरी तरह से क्लियर है और वह टेक ऑफ के लिए तैयार होती है और मात्र
13 सेकंड के अंदर KLM फ्लाइट PAIN M फ्लाइट को पीछे से टकराती है और एयरपोर्ट पर एक बड़ा
धमाका होता है
, चारों तरफ आग और फ्लाइट के
टुकड़े बिखरते हैं। देखते ही देखने में पूरी फ्लाइट जल जाती है और इसी भयानक
दुर्घटना में
586 लोगों की मौत हो जाती है और
इसमें से सिर्फ
61 लोग ही सर्वाइव कर पाते हैं।

इस पूरी
दुर्घटना में
KLM के पायलट को ही जिम्मेदार ठहराया
जाता है
,
क्रैश से पहले दोनों ही फ्लाइट ATC (एयर ट्रैफ़िक कंट्रोल) से जुड़ी हुई थी। दोनों ही प्लेन
की पोजिशन को लेकर कम्युनिकेशन चल रहा था। लेकिन दिक्कत तब आई जब बातचीत करते हुए
एक पॉइंट पर
ATC
और PAIN M विमान दोनों के रेडियो ट्रांसमिशन पर एक साथ आवाज़ आई।
पर
KLM फ्लाइट के रेडियो पर दोनों में से कोई भी बात साफ सुनाई
नहीं दी
,
और इस मिस्कम्युनिकेशन के कारण
मात्र
13
सेकंड के अंदर सब कुछ तहस-नहस
हुआ।

फिर इस
दुर्घटना के बाद
ATC (एयर ट्रैफ़िक कंट्रोल) पर बेहद
सारे बदलाव किए गए।
ATC पर सिर्फ अंग्रेजी में ही बात
करनी होगी
,
सभी ATC कर्मचारियों को स्टैंडर्ड अंग्रेजी में ही बात करने
वाले बनाया गया। और
300 से भी ज्यादा नए शब्द एविएशन
लाइब्रेरी में शामिल किए गए
, और कुछ हटाए भी गए। बेहद सारे
तकनीकी और सॉफ़्टवेयर अपडेट किए गए।

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